Jul 27, 01:18 am
जागरण टीम, गढ़वाल: भारी बारिश से देवगाड़ में आए उफान के कारण गोमुख ट्रेक पर फंसे पर्यटक दल को 18 घंटे बाद सकुशल निकाल लिया गया। हालात अनुकूल न देखते हुए वन विभाग ने गोमुख जाने पर फिलहाल पाबंदी लगा दी है। इधर, श्रीनगर में अलकनंदा का जल प्रवाह कम होने से लोगों ने राहत की सांस ली। धारी देवी मंदिर परिसर में गाद जमा हो गई। हालांकि जल स्तर नीचे होने से वीरवार को मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना हुई। उपजिलाधिकारी रजा अब्बास ने बताया कि बांध स्थल पर तीन गेट पहले से खुले हुए हैं। दो और गेट और खोलने के लिए कंपनी को निर्देशित कर दिया गया है।
गोमुख ट्रेकभारी वर्षा के कारण देवगाड़ में उफान आने से 36 पर्यटकों का दल भोजवासा में फंस गया था। डीएफओ आईपी सिंह ने बताया कि वीरवार सुबह पानी कम होने पर वनकर्मियों की मदद से इन्हें सकुशल निकाला गया। गोमुख जाते हुए एक खच्चर नाले में बह गया, उस पर सवार महिला यात्री सुरक्षित बच गई।
श्रीनगर में अलकनंदा नदी में उफान कम होने से धारी देवी मंदिर परिसर से पानी की निकासी हो गई, अलबत्ता परिसर में दलदल की बना हुआ है। इसे बांध निर्माण कर रही कंपनी की मदद से इसे हटवाया जा रहा है। टिहरी में अलगाड के पास पहाड़ी से चंट्टान खिसकने से अवरुद्ध हुए दिल्ली-यमनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर 23 घंटे बाद यातायात सुचारु कर दिया गया।
रुद्रप्रयाग में बारिश का कहर जारी है। तिलवाड़ा-सौराखाल मोटरमार्ग पर स्थित पुल के टूटने से दूसरे दिन भी भरदार क्षेत्र के एक दर्जन गांवों का जिला मुख्यालय समेत अन्य क्षेत्रों से संपर्क कटा रहा। गौरीकुण्ड राष्ट्रीय राजमार्ग पर चंडिकाधार में भूस्खलन जारी है।
बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर बिरही, क्षेत्रपाल, छिनका, पातालगंगा समेत अन्य स्थानों पर पहाड़ी से रुक रुककर गिर रहे पत्थरों के चलते अधिकतर यात्रियों ने यात्रा पड़ावों ही डेरा डाल दिया है। यात्री बारिश बंद होने का इंतजार कर रहे हैं।
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