Saturday, 28 July 2012

20 जानवर बहे, तीन मकान ध्वस्त


20 जानवर बहे, तीन मकान ध्वस्त

Jul 27, 10:32 pm
पिथौरागढ़/ धारचूला/ मुनस्यारी : गुरुवार रात को भारी वर्षा ने तहसील धारचूला के सोबला क्षेत्र में तबाही मचाई। भारी वर्षा के कारण वेदी गांव में तीन मकान बह गए। 15 बकरियों सहित बीस जानवर भी मलबे में बह गए हैं। गांव के दस परिवारों ने गांव छोड़कर चट्टानों की आड़ में शरण ली है। क्षेत्र के झिमर गांव के दोनों तरफ नालों के उफान पर आने से गांव टापू बन चुका है। ग्रामीण खुले आसमान के नीचे शरण लिए हुए हैं। वेदीगाड़ पुल बहने से सोबला मार्ग बंद हो गया है। वहीं मुनस्यारी के कोटा पंद्रहपाला क्षेत्र में मार्ग और पुलिया के बहने से विद्यार्थी विद्यालय तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। थल-मुनस्यारी, जौलजीवी, तवाघाट-गर्बाधार सहित करीब डेढ़ दर्जन मार्ग यातायात के लिए बंद पड़े हैं। मुनस्यारी में रसोई गैस, केरोसिन तेल और खाद्यान्न सहित आवश्यक वस्तुओं का अभाव बन चुका है।
गुरुवार रात को सीमांत तहसील धारचला के धौलीगंगा नदी घाटी के सोबला क्षेत्र में भारी वर्षा हुई। सायंकाल से शुरू वर्षा ने रात्रि नौ बजे के आसपास विकराल रूप ले लिया। भारी वर्षा से भूस्खलन को देखते हुए वेदीगांव के दस परिवारों ने मकान छोड़कर चट्टानों की आड़ में रात बिताई। रात को भारी भूस्खलन की चपेट में आने से मदन सिंह, जानकी देवी और कवींद्र सिंह के मकान बह गए। गोठ में बंधे तीनों परिवारों की पांच गाय और 15 बकरियां नाले में बह गई। ग्रामीणों द्वारा समय रहते मकान छोड़ देने से जनहानि नही हो पाई। इसके अलावा झूपा देवी , कल्याण सिंह, दलीप सिंह, मान सिंह के मकानों में मलबा घुसने से सारा सामान नष्ट हो गया। ग्रामीण अभी भी खुले आसमान के नीचे रात बिता रहे हैं। प्रशासन की तरफ से तहसीलदार केआर आर्य के नेतृत्व में शुक्रवार को राजस्व दल गांव पहुंचा। प्रभावित परिवारों को एक सप्ताह का खाद्यान्न उपलब्ध कराया गया है। शनिवार को प्रभावितों को अहेतुक मदद दी जाएगी। उधर झिमर गांव के दोनों तरफ नालों ने विकराल रूप ले लिया। पूर्व से ही आपदाग्रस्त गांव इस समय टापू बना है। ग्रामीण मकानों को छोड़ अन्यत्र शरण लिए हैं। उन्होंने प्रशासन से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की मांग की है।
उधर मुनस्यारी तहसील क्षेत्र में पैदल मार्ग और तीन पुलिया के बहने से कोटा पन्द्रहपाला क्षेत्र अलग-थलग पड़ चुका है। बच्चे विद्यालय तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। विद्यालय के प्रधानाचार्य ने डीएम को पत्र भेजकर स्थिति की जानकारी देते हुए मार्ग खुलवाने की मांग की है। उधर मदकोट-बौना मार्ग कई स्थानों पर बह जाने से ग्रामीणों को 25 किमी पैदल चलना पड़ रहा है।

एबीवीपी ने हमले के विरोध में किया प्रदर्शन

Jul 27, 10:30 pm
जागरण कार्यालय, पिथौरागढ़ : देहरादून में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं पर हुए हमले के विरोध में जिला इकाई ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में धरना दिया।
धरना स्थल पर हुई सभा में वक्ताओं ने कहा प्रदेश की राजधानी देहरादून में कानून व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। अभाविप कार्यकर्ताओं पर अराजक तत्वों ने हमला किया और परिषद कार्यकर्ताओं पर ही मुकदमे कायम किए गए। वक्ताओं ने हमलावरों पर कार्रवाई के साथ अभाविप कार्यकर्ताओं पर लगाए गए मुकदमे वापस लिए जाने की मांग की। मुकदमे वापस नहीं लिए जाने पर उग्र आंदोलन छेड़ देने की चेतावनी कार्यकर्ताओं ने दी। धरना देने वालों में प्रदेश सहमंत्री बसंत जोशी, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कमलेश वल्दिया, महेन्द्र, सूरज चंद, मनोज कन्याल, हरीश रावत, सागर खत्री, गिरीश चन्द्र पाठक, अजय वर्मा, पवन पुनेड़ा, नगेन्द्र, विनोद, विपिन भट्ट, हरीश मेहता आदि शामिल थे।



लेख को दर्जा दें

No comments: