एबीबीएस में एडमिशन के नाम पर लाखों रुपये ठगे
जागरण संवाददाता, देहरादून: शहर में कंसलटेंसी संचालक दंपती ने एमबीबीएस में एडमिशन के नाम पर एक युवती से 11 लाख रुपये ठग लिए। युवती एक डॉक्टर की रिश्तेदार है। डॉक्टर की तरफ से दंपती पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। मुकदमे के बाद आरोपी दंपती फरार हैं।
डालनवाला थाने से मिली जानकारी के मुताबिक, लक्ष्मी रोड निवासी डॉ. राजीव शर्मा ने बताया कि उनके रिश्तेदार की बेटी का इस वर्ष एमबीबीएस में एडमिशन होना था। इस पर उन्होंने तेग बहादुर रोड के निवासी कंसलटेंसी एजेंसी संचालक दंपती मीनाक्षी बट्ट और पंकज बट्ट से संपर्क किया। आरोप है कि दंपती ने उन्हें शहर के कई मेडिकल कालेज में जान-पहचान का झांसा देकर अपने जाल में फंसा लिया और डोनेशन देकर एडमिशन कराने की बात कही। डॉ. शर्मा ने एडवांस के तौर पर पहले 25 हजार और बाद में 11 लाख रुपये दिए। आरोप है कि इसके बाद जब एडमिशन नहीं हुआ तो उन्होंने दंपती से रुपये वापस मांगे। दंपती आनाकानी करने लगे। इसी दौरान आरोपी दंपती फरार हो गए। पुलिस ने दंपती के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। दंपती की तलाश की जा रही है।
जेल काट चुके हैं दंपती
आरोपी दंपती मीनाक्षी बट्ट और उसका पति पंकज बट्ट पिछले दिनों सहारनपुर में जेल से जमानत पर छूटे हैं। पिछले साल भी उनके विरुद्ध सहारनपुर निवासी महिला ने बेटी का एमबीबीएस में एडमिशन कराने के नाम पर रुपये हड़पने का मुकदमा दर्ज कराया था। सहारनपुर पुलिस ने अदालत से वारंट लेकर आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था।
प्यार, शादी, शक और कत्ल

मूल रूप से उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के मासी गांव रानीखेत निवासी प्रकाश चंद्र भट्ट के पिता ख्याली राम सालों से दिल्ली में ही सैटल हैं। प्रकाश ने जनकपुरी दिल्ली के एक सरकारी स्कूल में नौंवी तक पढ़ाई की। वहीं उसकी मुलाकात नेहा शाकिया से हुई। नेहा के पिता छोटेलाल उत्तर प्रदेश के डिबारा गांव जिला एटा के मूल निवासी हैं। वह भी सालों से दिल्ली में सैटल हैं। उनका कपड़ों का कारोबार है। गैर-जाति होने के चलते घरवालों को प्रकाश व नेहा का प्यार मंजूर नहीं हुआ। सात साल तक दोनों छुप-छुपकर मिलते रहे। घरवालों की मर्जी के बिना दोनों ने एक दिसंबर-11 को भागकर शादी कर ली। एक माह तक सब ठीक चला। प्रकाश के मुताबिक न्यू इयर की रात जब वह रेस्टोरेंट से घर पहुंचा तो उसने पीछे के दरवाजे से किसी को भागते हुए देखा। इसके बाद उसने नेहा को उक्त युवक के साथ कई मर्तबा बाहर घूमते हुए पकड़ा। यहीं से उसका शक गहराता गया। उसने बताया कि नेहा ने उससे शादी करने के बाद घरवालों के कहने पर दूसरी जगह गोद-भराई भी करा ली थी। मगर नेहा फिर उसके साथ प्यार से रहने लगी। देहरादून में जब नेहा ने उसके बिना पांच दिन तक रुकने को कहा तो उसका पारा चढ़ गया व उसने नेहा की हत्या कर डाली।
दिल्ली पुलिस को ठहराया दोषी
प्रकाश ने कत्ल के पीछे दिल्ली डाबड़ी थाना पुलिस को दोषी ठहराया। प्रकाश के मुताबिक, जब उसने नेहा को उसके प्रेमी के साथ पकड़ा था तो दोनों की पिटाई की और डाबड़ी थाने ले गया। उसका आरोप है कि डाबड़ी पुलिस ने उल्टा उसे धमका दिया व आरोपी प्रेमी को कुछ नहीं कहा। इसी वजह से वह बाद में पुलिस के पास कभी नहीं गया।
चार दिन चला सब कुछ ठीक
होटल स्टॉफ के मुताबिक, दंपती बीते चार दिन से प्यार से रह रहे थे। देखकर ऐसा लग ही नहीं रहा था कि उनमें किसी तरह का विवाद है। दोनों रोजाना सुबह ही घूमने निकल जाते थे, मगर गुरुवार को वह घूमने नहीं गए। नाश्ता भी नहीं किया और दोपहर में सीधे लंच करने बाहर गए। शाम चार बजे लौटे और एक घंटे में यह घटना हो गई।
दोनों ने पहले की शराब
प्रकाश ने पुलिस को बताया कि नेहा को शराब पीने की आदत थी। उसने बताया कि वह मना करता था तो नेहा उसे धमकाकर घरवालों समेत दहेज में फंसाने की धमकी देती थी। प्रकाश भी शराब पीता था। दोनों ने लंच के बाद होटल के कमरे में शराब पी। जिसके बाद विवाद हो गया।
एटा के बहाने पहुंचे देहरादून
पूछताछ में प्रकाश ने पुलिस को बताया कि नेहा ने उसे एनटीटी के कोर्स के लिए अपने मूल गांव- एटा यूपी चलने को कहा था। दोनों 14 जुलाई की रात एटा के लिए दिल्ली के आनंद विहार आइएसबीटी गए। प्रकाश ने बताया कि वहां नेहा ने एटा के बजाए पहले देहरादून चलने को कहा और वे बस से यहां आ गए। उसका आरोप है कि नेहा यहां प्रेमी के साथ कुछ दिन रहना चाहती थी।
प्रकाश के बयान पर उलझन
प्रकाश हत्या के पीछे भले ही पत्नी के चरित्र पर शक होना बता रहा हो पर पुलिस को उसके बयान पर एकतरफा यकीन नहीं है। उसका खुद चौकी पहुंचना व जुर्म का कबूलनामा पत्र देना, पुलिस को खटक रहा है। वह फर्राटेदार लहजे में अपनी कहानी सुनाकर कत्ल के बारे में बता रहा था। ऐसे में पुलिस को संदेह है कि कहीं वह झूठ बोलकर गुमराह तो नहीं कर रहा। संदेह है कि कहीं वह साजिश के तहत ही तो नेहा को दून नहीं लाया था। पुलिस को इंतजार है नेहा के परिजनों का, ताकि सच सामने आ सके।
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