Jul 26, 10:29 pm
पिथौरागढ़/ धारचूला : दिल्ली के जंतर मंतर में जन लोकपाल बिल पारित करने तथा भ्रष्टाचार हटाने को लेकर चल रहे आंदोलन की गूंज भारत तिब्बत और नेपाल सीमा तक उठने लगी है। पिथौरागढ़ सहित धारचूला में आंदोलन के समर्थन में धरना, अनशन शुरु हो चुके हैं।
पिथौरागढ़ के गांधी चौक में दूसरे दिन भी धरना कार्यक्रम जारी रहा। उत्तराखंड सिविल सोसाइटी द्वारा आहूत इस धरने में बोलते हुए वक्ताओं ने कहा कि जब तक देश से भ्रष्टाचार समाप्ति के लिए जनलोकपाल बिल पारित होना जरुरी है। वहीं काला धन वापस लाने के लिए कानूनी पहल शुरु करने की मांग की गई। धरने पर बैठने वालों में व्यापार संघ अध्यक्ष शमशेर सिंह महर घातक, सोसाइटी अध्यक्ष पुष्पा देऊपा, संयोजक गोविन्दा, डीएन भट्ट, गंगा धामी, भारत स्वाभिमान के यूथ अध्यक्ष गणेश, बी अवस्थी, हरीश पंत आदि शामिल थे।
धारचूला : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति का माल्यार्पण करने के बाद अन्ना टीम के आंदोलन के समर्थन में दर्जनों लोगों ने तहसील प्रांगण में धरना शुरु कर दिया है। यहां पर आयोजित सभा में केन्द्र सरकार सहित अन्य राजनैतिक दलों की भूमिका पर संदेह जताया। सभा को गोविन्द राम आर्य, राकेश तिवारी, कल्याण सिंह कुंवर ने संबोधित किया। सभा का संचालन धरमराज भट्ट ने किया। इस मौके पर नंदन धामी, प्रेम सिंह धामी, भीम सिंह कार्की, नारायण दरियाल,दीपक सिंह, भगवान, अशोक नबियाल, इं. केएस कुंवर, शगुन बिष्ट, ओम कापड़ी, बद्री दत्त पैंतोला सहित आदि धरने पर बैठे।
Jul 27, 10:29 pm
जागरण कार्यालय, पिथौरागढ़ : वाम दलों के आह्वान पर सीपीआइएम कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को जिला कार्यालय परिसर में धरना दिया। कार्यकर्ताओं ने बीपीएल-एपीएल का विभाजन खत्म करने की मांग उठाई।
जिला कार्यालय पर धरने के दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कहा देश के गोदामों में लाखों टन अनाज भरा पड़ा है, लेकिन जनता को जरूरत का राशन नहीं मिल पा रहा है। सरकार अनाज का निर्यात करने को तैयार है, लेकिन इसे अपने देश के लोगों को देने के लिए तैयार नहीं है। वक्ताओं ने कहा सरकार एपीएल और बीपीएल श्रेणी बनाकर वंचितों के बीच विभाजन कर रही है, जबकि सरकार की जवाबदेही बड़ी आबादी को खाद्य सुरक्षा प्रदान करना है। नये खाद्यान्न कानून पर सवाल उठाते हुए कहा इससे अन्त्योदय का खात्मा होगा। यह कानून बड़ी संख्या में लोगों को सस्ता अनाज पाने के अधिकार से कानूनी तौर पर वंचित करेगा। वक्ताओं ने एपीएल-बीपीएल का विभाजन खत्म करने, दो रुपये किलो की दर से प्रति परिवार 35 किलो राशन देने, योजना आयोग के गरीबी के फर्जी आंकड़े खारिज करने, किसानों को उपज का लाभाकारी मूल्य देने और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग की।
धरना देने वालों में ओम प्रकाश जोशी, भगवती जोशी, महेश बराल, गंगा तिवारी, कौशल्या तिवारी, ऋतु उप्रेती, नवीन शर्मा, पंकज शर्मा, गोपाल रावत, उमेश उप्रेती, राकेश वर्मा, नवीन पांडे, देवकी देवी, विमल सिंह, इमरान अली, पीके मिश्रा आदि शामिल थे। धरने के बाद जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा गया।
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