देहरादून: बीएड प्रशिक्षित महासंघ के आह्वान पर पदों में वृद्धि की मांग को लेकर शिक्षा निदेशालय पर टीईटी उत्तीर्ण प्रशिक्षितों का धरना चौथे दिन भी जारी रहा। संगठन के अध्यक्ष बलदेव भंडारी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल शिक्षा मंत्री से मिला। उन्होंने शिकायत की कि अधिकारी आरटीई मानकों के अनुसार पदों में वृद्धि के मामले में सुस्ती से काम कर रहे हैं। उच्चाधिकारी अपने ही विभाग के आंकड़ों पर एकमत नहीं हैं। शिक्षा मंत्री ने इस विषय में सकारात्मक कदम उठाने के प्रति आशस्त किया।
महासचिव अमित कश्यप ने बताया कि हरिद्वार जिले के अंतर्गत रुड़की में स्थित डायट पर शुक्रवार को तालाबंदी की जाएगी। रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जिलों में भी पदों में वृद्धि न होने तक प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती के लिए काउंसिलिंग नहीं होने दी जाएगी। धरने में विनय कुमार, हेमेंद्र, अभिषेक, अतुल कुमार, धर्म सिंह कोटवाल, विवेकानंद पूर्वाल, अनूप कुमार, रामबाबू आदि शामिल हुए।
जागरण कार्यालय, पिथौरागढ़ : सीमा सड़क संगठन की लापरवाही से नेशनल हाइवे के किनारे बसे हचीला गांव के काश्तकारों की सैकड़ों नाली कृषि भूमि बर्बाद हो गई है। कई बार मांग करने के बाद भी भूमि को बचाने के लिए कोई पहल नहीं होने से परेशान ग्रामीणों ने अब सड़कों पर उतरने की चेतावनी दी है।
सीमा सड़क संगठन ने हाल ही में हचीला गांव के पास सड़क चौड़ीकरण का कार्य किया। सड़क से लगी किसानों की भूमि को बचाने के लिए कुछ स्थानों पर दीवार लगाई गई, लेकिन अधिकांश स्थलों पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए, जिस कारण पिछले दिनों हुई वर्षा से किसानों की कृषि योग्य भूमि बर्बाद हो गई। राज्य आंदोलनकारी जोध सिंह बोरा ने बताया कि इस गांव के अधिकांश लोग खेती से ही अपनी आजीविका चलाते हैं, खेत बर्बाद हो जाने से ऐसे परिवारों के समक्ष रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है। उन्होंने बताया कि कई बार मांग करने के बाद भी विभाग ने कृषि भूमि को बचाने के लिए कोई पहल नहीं की है। विभाग सड़क पर शीघ्र दीवार नहीं लगाता है तो कई हेक्टेयर भूमि बर्बाद हो सकती है। उन्होंने जिलाधिकारी को मामले की जानकारी देते हुए किसानों की भूमि बचाने के लिए पहल किए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा है यदि शीघ्र सड़क के किनारे दीवार नहीं लगाई जाती है तो वे ग्रामीणों को साथ लेकर सड़कों में उतरने को बाध्य होंगे।
पिथौरागढ़ : जनपद के समस्त स्कूलों को अब अपने परिसर में धूम्रपान निषेध क्षेत्र का बोर्ड अनिवार्य रूप से लगाना होगा।
राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी एवं सीएमओ एससी पंत ने यह जानकारी देते हुए बताया कि युवाओं में तेजी से बढ़ रही तम्बाकू की लत को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान को पूरी तरह निषेध कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि राज्य की कुल जनसंख्या का एक तिहाई यानी तीस लाख लोग तम्बाकू का सेवन कर रहे हैं। इनमें 28.1 प्रतिशत लोग तम्बाकू, 19.2 प्रतिशत लोग खैनी, 7.1 प्रतिशत लोग गुटखा, 4.1 प्रतिश लोग गुटखा और 2.2 प्रतिशत लोग हुक्के के माध्यम से तम्बाकू ले रहे हैं, इससे बच्चों और गर्भवती महिलाओं पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने तम्बाकू से होने वाले नुकसान की जानकारी देते हुए कहा हर 50 सेकेंड में एक व्यक्ति तम्बाकू के सेवन से दम तोड़ रहा है। मुंह के कैंसर के 90 प्रतिशत मामलों के पीछे तम्बाकू का सेवन है। उन्होंने युवाओं में हुक्का धूम्रपान के प्रति युवाओं में बढ़ रहे आकर्षण को गंभीर चिंता का विषय बताते हुए कहा प्रबुद्ध नागरिकों, जनप्रतिनिधियों को तम्बाकू निषेध कार्यक्रम को प्रभावी बनाने के लिए आगे आना होगा। उन्होंने दुकानदारों से किशारों को तम्बाकू न बेचने का आह्वान किया है।
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