Saturday, 28 July 2012

अफसरों के आदेशों को शिक्षकों ने दिखाया ठेंगा


अफसरों के आदेशों को शिक्षकों ने दिखाया ठेंगा

Jul 27, 09:14 pm
जागरण संवाददाता, रुड़की: शिक्षा विभाग के अधिकारी अपने मातहतों से आदेशों का पालन नहीं करवा पा रहे हैं। दो-दो अफसरों के आदेश के बावजूद इब्राहिमपुर गांव के प्राथमिक विद्यालय में दोपहर का भोजन नहीं बन पाया है।
रुड़की ब्लॉक के राजकीय प्राथमिक विद्यालय इब्राहिमपुर दो शिक्षकों के बीच हेड मास्टर के चार्ज को लेकर विवाद है। दोनों अध्यापकों में से कोई भी हेड मास्टर का चार्ज व मिड डे मील संचालन की जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं हैं। नतीजतन ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद खुले स्कूल में एक दिन भी मिड डे मील नहीं बन पाया। खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय से अब तक दोनों अध्यापकों को कई बार चेतावनी निर्गत करते हुए खाना बनाने के निर्देश दिए, लेकिन दोनों ही शिक्षकों ने खंड शिक्षा अधिकारी के आदेशों का पालन नहीं किया। इस पर खंड शिक्षा अधिकारी ने कार्रवाई के लिए उच्च अधिकारियों को संस्तुति रिपोर्ट भेजी। दो दिन पूर्व एडीईओ बेसिक ने भी निर्देश जारी किए कि किसी भी दशा में बच्चों को दोपहर का भोजन उपलब्ध कराया जाए, लेकिन अभी भी स्कूल में दोपहर का खाना नहीं बना है।
अपर जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक डॉ. पुष्पा रानी वर्मा ने बताया कि यह गंभीर विषय है कि शिक्षक उच्च अधिकारियों के आदेशों का पालन नहीं कर रहे हैं, वह स्वयं इस मामले की जांच करेंगी। साथ ही शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।

जिले की 13 पेयजल योजनाओं के लिए 93.76 लाख स्वीकृत


जिले की 13 पेयजल योजनाओं के लिए 93.76 लाख स्वीकृत

Jul 23, 10:23 pm
जाका, बागेश्वर : जिला जल व स्वच्छता समिति की बैठक में जिले की 13 योजनाओं के लिए 93.76 लाख की राशि स्वीकृत की गयी। जिला पंचायत अध्यक्ष विक्रम शाही ने पेयजल योजनाओं की धीमी प्रगति पर नाराजी जतायी।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिपं अध्यक्ष विक्रम शाही ने कहा कि तीन साल तक योजनाओं का कार्य पूर्ण न करने वाले कार्यदायी संस्थाओं की जमानत राशि जब्त की जाएगी। उन्होंने बीसूका के तहत आवंटित लक्ष्य को जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिये। ताकि जिला ए श्रेणी में रहे। परियोजना प्रबंधक स्वजल जगदीश जोशी ने बताया कि संपूर्ण स्वच्छता अभियान का नाम बदलकर इसे निर्मल भारत अभियान कर दिया गया है साथ ही इसे 12वीं पंचवर्षीय योजना में शामिल किया गया है। जिसमें विभागवार लक्ष्य निर्धारित कर भारत सरकार को उपलब्ध कराना है। बैठक में जल संस्थान की 3 पेयजल योजनाओं की संशोधित डीपीआर व जल निगम की 3 व स्वजल की 7 पेयजल योजनाओं के अंतिम भुगतान हेतु 93.76 लाख रुपयों का अनुमोदन किया गया। इस अवसर पर सीएमओ डा केसी ठाकुर, समाज कल्याण अधिकारी एनएस गस्याल, जल निगम के ईई एके अवस्थी, लघु सिंचाई के जीडी सिंह, जिपं सदस्य मथुरा प्रसाद व इंद्र सिंह बिष्ट, गिरजा शंकर भट्ट व अशोक लोहनी आदि मौजूद थे। संचालन जगदीश जोशी ने किया।

विद्युत, यातायात व पानी की समस्याओं पर फिर विफरे सदस्य


विद्युत, यातायात व पानी की समस्याओं पर फिर विफरे सदस्य

Jul 27, 10:46 pm
जाका, बागेश्वर : क्षेत्र पंचायत समिति की बैठक में सदस्यों ने अपने क्षेत्रों की विद्युत, यातायात व पानी की समस्याओं पर हंगामा काटा। सदस्यों की शिकायत थी कि उनकी समस्याओं को अधिकारी नजर अंदाज कर रहे हैं। सांसद प्रदीप टम्टा ने अधिकारियों से जनता की समस्याओं का निदान करने को कहा।
प्रमुख राजेंद्र टंगणियां की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में बोहाला के ग्राम प्रधान ने कहा कि क्षेत्र की विद्युत व्यवस्था एक माह से बाधित है जिस कारण क्षेत्र की पानी व्यवस्था बाधित हो रही हैं। त्रिभुवन नेगी ने खरई पेयजल योजना ठप होने की शिकायत की। जिपं सदस्य भूपेंद्र सुयाल ने एडीबी के तहत सड़कों की मरम्मत न होने पर नाराजगी व्यक्त की तथा बिलौना में सीएमओ के समीप कलवठ बनाने की मांग की। प्रधान जेके टम्टा ने कुटीर ज्योति संयोजन दिए जाने की मांग की। दिग्विजय जनौटी, रविंद्र करायत, हंसी देवी व पार्वती देवी ने विद्यालयों में शिक्षकों की नियुक्ति की मांग की। सांसद प्रदीप टम्टा ने अधिकारियों से गंभीरता से कार्य करने को कहा। जिपं अध्यक्ष विक्रम शाही ने शिकायतों पर निश्चित समय पर कार्रवाई को कहा। जिलाधिकारी डा वी षणमुगम ने पंचायत प्रतिनिधियों के प्रस्ताव पर अमल करने के निर्देश दिए। विधायक चंदन दास ने बागेश्वर नगर में बोरिंग पेयजल योजना का प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिए। ललित फस्र्वाण ने कांडा में पेयजल व्यवस्था के लिए प्रस्ताव बनाने को कहा। इस अवसर पर सीडीओ रोशन लाल, पीडी ग्राम्य विकास जीएन जोशी, डीपीआरओ अतुल प्रताप सिंह, डीडीओ देवेंद्र सिंह राणा, एसडीएम तीर्थपाल सिंह, जिपं सदस्य महेश कांडपाल, मथुरा प्रसाद, केएन पंडा आदि उपस्थित थे। संचालन बीडीओ मोहन नाथ गोस्वामी ने किया।

डैथ जोन बने भागीरथी के तट


डैथ जोन बने भागीरथी के तट

Jul 24, 04:56 pm
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी: शिवनगरी में गंगा भागीरथी के तट डैथ जोन बनते जा रहे हैं। बीते सात माह में यहां छह मौत हो चुकी हैं। इनमें चार मामले आत्महत्या के हैं, जबकि दो लोग तेज लहरों की चपेट में स्वर्ग सिधार गए। प्रवाह इतना तेज है कि कूदने या गिरने वाले को बचाने के बारे में सोचा भी नहीं जा सकता।
गंगा भागीरथी में कूदकर जान देने वालों व इसकी लहरों की चपेट में आने वालों की तादाद बढ़ रही है। मणिकर्णिका घाट व जोशियाड़ा मोटरपुल सर्वाधिक संवेदनशील जगह हैं। इन दोनों जगहों से ज्यादातर लोग भागीरथी की भेंट चढ़े हैं। सुसाइड करने के पीछे पारिवारिक कलह, प्रेम प्रसंग व परीक्षा में असफलता जैसे कारण सामने आए हैं। भागीरथी मणिकर्णिका घाट पर भागीरथी की लहरें इतनी तेज है कि वहां कूदने या गिरने वाले को बचाया भी नहीं जा सकता। जबकि जोशियाड़ा मोटर पुल से मनेरी भाली परियोजना की गहरी झील में गिरने पर बचना आसान नहीं है। इस स्थिति के कारण नगर क्षेत्र का पूरा तटवर्ती इलाका संवेदनशील हो चला है।
इस साल हुई भागीरथी में समाए लोग
14 जनवरी को एक महिला बही
19 जनवरी को महिला नदी में कूदी
27 मार्च को युवती नदी में कूदी
3 जुलाई को एक युवक नदी में बहा
21 जुलाई को युवक नदी में कूदा
24 जुलाई को युवक नदी में कूदा
'गंगा भागीरथी में प्रवाह तेज होने के कारण कूदने या गिरने वालों को बचाना आसान नहीं होता, इन दिनों मटमैले पानी और अत्यधिक प्रवाह के कारण बहने वालों के शव भी नहीं मिल पाते।'

थलय सागर चढ़ी पहली महिला


थलय सागर चढ़ी पहली महिला

Jul 26, 04:31 pm
जागरण संवाददाता, उत्तरकाशी : पर्वतारोहण की दृष्टि से दुनिया की सबसे कठिनतम चोटियों में से एक थलय सागर पर कोलकाता के महिला दल ने फतह हासिल की। इस हिमशिखर पर पहली बार कदम रखकर दल की टूसी दास ने नया कीर्तिमान बनाया। इससे पहले 6,904 मीटर ऊंची इस चोटी पर एक ही भारतीय दल को सफलता मिल सकी है।
कोलकाता के एल्बाट्रॉस एडवेंचर सोसाइटी की महिलाओं के पांच सदस्यीय दल ने बीती 22 जुलाई को तकनीकी रूप से बेहद जटिल थलय सागर की चोटी पर तिरंगा फहराया। दल में शामिल लीडर सुपर्णा मित्रा, सुजाया जाना, नवनीता मुखर्जी, फाल्गुनी दास, टूसी दास तथा बतौर डाक्टर अनुतोश सिन्हा ने 9 जुलाई को थलय सागर की ओर रुख किया। भुजखड़क व केदारखड़क होते हुए केदारताल के समीप बेस कैंप बनाकर कैंप वन व कैंप टू पर रुकते हुए 21 जुलाई को समिट करने की योजना बनाई गई लेकिन मौसम खराब होने के कारण अगले दिन चार शेरपाओं के साथ टूसी दास ने चोटी का रुख किया। जबकि अन्य सदस्य कैंप वन पर ही रुके रहे और चोटी पर बेहद संकरी जगह को देखते हुए उन्होंने समिट नहीं किया। इसके साथ ही टूसी दास थलय सागर पर चढ़ने वाली पहली महिला बन गई। इस दल ने वर्ष 2007 में सतोपंथ अभियान भी सफलतापूर्वक पूरा किया। जबकि वर्ष 2009 में दल का शिवलिंग अभियान कुछ कारणों से अधूरा रह गया था। गौरतलब है कि इससे पूर्व इस हिमशिखर पर उत्तरकाशी के नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के दल ने पहले भारतीय दल के रूप में सफलता पाई थी।
शेरपाओं का योगदान
उत्तरकाशी : दल की सफलता में दार्जिलिंग के फूरबा शेरपा, दावा शेरपा, आंग दोरजी, पेम्बा शेरपा का सर्वाधिक योगदान है। इन शेरपाओं के बूते ही महिलाओं का दल इस कठिन चोटी पर आरोहण का साहस जुटा सका। चारों ने रास्ता बनाने के साथ ही पूरे दल को अंतिम समय तक एक दूसरे से जोड़े रखा। ये चारों शेरपा एवरेस्ट सहित दर्जनों हिमशिखरों पर चढ़ चुके हैं।

बारिश के कहर के चलते गोमुख जाने पर पाबंदी


बारिश के कहर के चलते गोमुख जाने पर पाबंदी

Jul 27, 01:18 am
जागरण टीम, गढ़वाल: भारी बारिश से देवगाड़ में आए उफान के कारण गोमुख ट्रेक पर फंसे पर्यटक दल को 18 घंटे बाद सकुशल निकाल लिया गया। हालात अनुकूल न देखते हुए वन विभाग ने गोमुख जाने पर फिलहाल पाबंदी लगा दी है। इधर, श्रीनगर में अलकनंदा का जल प्रवाह कम होने से लोगों ने राहत की सांस ली। धारी देवी मंदिर परिसर में गाद जमा हो गई। हालांकि जल स्तर नीचे होने से वीरवार को मंदिर में विधिवत पूजा अर्चना हुई। उपजिलाधिकारी रजा अब्बास ने बताया कि बांध स्थल पर तीन गेट पहले से खुले हुए हैं। दो और गेट और खोलने के लिए कंपनी को निर्देशित कर दिया गया है।
गोमुख ट्रेकभारी वर्षा के कारण देवगाड़ में उफान आने से 36 पर्यटकों का दल भोजवासा में फंस गया था। डीएफओ आईपी सिंह ने बताया कि वीरवार सुबह पानी कम होने पर वनकर्मियों की मदद से इन्हें सकुशल निकाला गया। गोमुख जाते हुए एक खच्चर नाले में बह गया, उस पर सवार महिला यात्री सुरक्षित बच गई।
श्रीनगर में अलकनंदा नदी में उफान कम होने से धारी देवी मंदिर परिसर से पानी की निकासी हो गई, अलबत्ता परिसर में दलदल की बना हुआ है। इसे बांध निर्माण कर रही कंपनी की मदद से इसे हटवाया जा रहा है। टिहरी में अलगाड के पास पहाड़ी से चंट्टान खिसकने से अवरुद्ध हुए दिल्ली-यमनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर 23 घंटे बाद यातायात सुचारु कर दिया गया।
रुद्रप्रयाग में बारिश का कहर जारी है। तिलवाड़ा-सौराखाल मोटरमार्ग पर स्थित पुल के टूटने से दूसरे दिन भी भरदार क्षेत्र के एक दर्जन गांवों का जिला मुख्यालय समेत अन्य क्षेत्रों से संपर्क कटा रहा। गौरीकुण्ड राष्ट्रीय राजमार्ग पर चंडिकाधार में भूस्खलन जारी है।
बदरीनाथ नेशनल हाईवे पर बिरही, क्षेत्रपाल, छिनका, पातालगंगा समेत अन्य स्थानों पर पहाड़ी से रुक रुककर गिर रहे पत्थरों के चलते अधिकतर यात्रियों ने यात्रा पड़ावों ही डेरा डाल दिया है। यात्री बारिश बंद होने का इंतजार कर रहे हैं।

मुख्य पृष्ठराष्ट्रीयराज्यों की खबरेंअंतर्राष्ट्रीयव्यापारखेलमनोरंजन Select State Select City इसे मेरा स्थायी शहर बनाएं वर्षा ने ली महिला की जान


Select State
Select City
 इसे मेरा स्थायी शहर बनाएं

वर्षा ने ली महिला की जान

Jul 26, 10:26 pm
पिथौरागढ़/ धारचूला/मुनस्यारी : जिले में वर्षा का कहर जारी है। भारी वर्षा के चलते पिथौरागढ़ के लोधियागैर में एक महिला की फिसलने से मौत हो गई। कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग में ऐलागाड़ के निकट विशाल चट्टानों के खिसक जाने से मार्ग बंद हो चुका है। मुनस्यारी तहसील का पांचवें दिन भी सम्पर्क भंग रहा। मुनस्यारी में खाद्यान्न , गैस और केरोसिन तेल का संकट पैदा हो गया है। सीमान्त क्षेत्र में आठ मकान क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। धारचूला का तांकुल गांव खतरे में आ चुका है। खेत नाले के उफान में आने के कारण ग्रिफ का ट्रक फंस गया। काली, गोरी , मंदाकिनी, सेरा, रामगंगा , भुजगड़ नदियां ऊफान पर हैं। नदी किनारे स्थित गांवों में दहशत बनी हुई है।
पिथौरागढ़ तहसील के जाख क्षेत्र के लोधियाधार माधवी देवी पत्‍‌नी श्याम 45 वर्ष घास काटने के दौरान फिसलन होने के कारण गहरी खाई में गिर गई और उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। तहसीलदार सीएस बिष्ट ने बताया कि जिला मुख्यालय से राजस्व टीम गांव को रवाना हो चुकी है।
भारी वर्षा के चलते कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग में ऐलागाड़ के निकट रांगुती नाले के पास विशाल चट्टानें खिसक कर सड़क पर आ गई। जिसके चलते मार्ग बंद हो गया। छोटा कैलास यात्रियों को ट्रांसमेनशिप के जरिए नारायणआश्रम पहुंचाया गया। वहीं तहसील के तांकुल गांव में भारी वर्षा से जीवन राम पुत्र नैन राम का मकान ध्वस्त हो गया। मकान के मलबे में दबने से जानवर घायल हो गए, जबकि परिवारजनों को मकान की हालत देखते हुए बुधवार की दोपहर ही पंचायत घर में शिफ्ट कर दिया गया था। भूस्खलन से पूरे तांकुल गांव को खतरा पैदा हो गया है। खेत नामक स्थान पर ऊफनाए खेत नाले में ग्रिफ का ट्रक फंस जाने से घंटों यातायात बंद रहा। तहसील के गोरीछाल क्षेत्र में पांच मकान क्षतिग्रस्त हो चुके हैं। मौसक के रौद्र रूप को देखते हुए ग्रामीण खुले आसमान के नीचे रात बिता रहे हैं।
मुनस्यारी को जोड़ने वाले थल -मुनस्यारी और जौलजीवी -मुनस्यारी मार्ग पांचवें दिन भी बंद रहे। एसडीएम एके शुक्ला ने गुरुवार को थल -मुनस्यारी मार्ग का निरीक्षण किया। हरड़िया नामक स्थान पर मार्ग को बेहद खतरनाक बताते हुए जिलाधिकारी से इस स्थान पर अविलंब पुल निर्माण की संस्तुति दी है। उन्होंने तहसील क्षेत्र में रसोई गैस और केरोसिन की किल्लत को देखते हुए जौलजीवी मार्ग से ट्रांसमेनशिप के जरिए आपूर्ति की मांग की है। तहसील क्षेत्र के मदकोट और तल्ला जोहार क्षेत्र में वर्षा से हुए नुकसान से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त है।
आपदा नियंत्रण केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार पिथौरागढ़ के कटियानी में एक मुनस्यारी में एक मकान और आटा चक्की , गंगोलीहाट में एक और बेरीनाग में दो मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। इधर जिलाधिकारी सीएमएस बिष्ट ने आपदा प्रभावित क्षेत्रों टीमों के नहीं पहुंचने पर सख्त कार्यवाही की चेतावनी दी है।

महिला मानसरोवर यात्री बनी लकवे का शिकार

Jul 25, 10:23 pm
धारचूला : कैलास मानसरोवर परिक्रमा पूरी कर वापस लौट रहे छठे दल की एक महिला यात्री लकवे का शिकार हो चुकी है। जिसे स्ट्रेचर से आधार शिविर धारचूला पहुंचाया गया है।
छठे कैलास मानसरोवर यात्रा दल के यात्री बुधवार को गाला से आधार शिविर धारचूला लौट रहे थे। इसी दौरान एक महिला यात्री रजनी त्यागी 40 वर्ष की अचानक तबियत खराब होने लगी और उसके शरीर में लकवा पड़ गया। इसकी सूचना तत्काल आधार शिविर धारचूला को दी गई। लकवाग्रस्त महिला यात्री को आइटीबीपी के जवानों द्वारा स्ट्रेचर से आधार शिविर धारचूला पहुंचाया गया है। चिकित्सकों द्वारा महिला को प्राथमिक उपचार दिया गया।

20 जानवर बहे, तीन मकान ध्वस्त


20 जानवर बहे, तीन मकान ध्वस्त

Jul 27, 10:32 pm
पिथौरागढ़/ धारचूला/ मुनस्यारी : गुरुवार रात को भारी वर्षा ने तहसील धारचूला के सोबला क्षेत्र में तबाही मचाई। भारी वर्षा के कारण वेदी गांव में तीन मकान बह गए। 15 बकरियों सहित बीस जानवर भी मलबे में बह गए हैं। गांव के दस परिवारों ने गांव छोड़कर चट्टानों की आड़ में शरण ली है। क्षेत्र के झिमर गांव के दोनों तरफ नालों के उफान पर आने से गांव टापू बन चुका है। ग्रामीण खुले आसमान के नीचे शरण लिए हुए हैं। वेदीगाड़ पुल बहने से सोबला मार्ग बंद हो गया है। वहीं मुनस्यारी के कोटा पंद्रहपाला क्षेत्र में मार्ग और पुलिया के बहने से विद्यार्थी विद्यालय तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। थल-मुनस्यारी, जौलजीवी, तवाघाट-गर्बाधार सहित करीब डेढ़ दर्जन मार्ग यातायात के लिए बंद पड़े हैं। मुनस्यारी में रसोई गैस, केरोसिन तेल और खाद्यान्न सहित आवश्यक वस्तुओं का अभाव बन चुका है।
गुरुवार रात को सीमांत तहसील धारचला के धौलीगंगा नदी घाटी के सोबला क्षेत्र में भारी वर्षा हुई। सायंकाल से शुरू वर्षा ने रात्रि नौ बजे के आसपास विकराल रूप ले लिया। भारी वर्षा से भूस्खलन को देखते हुए वेदीगांव के दस परिवारों ने मकान छोड़कर चट्टानों की आड़ में रात बिताई। रात को भारी भूस्खलन की चपेट में आने से मदन सिंह, जानकी देवी और कवींद्र सिंह के मकान बह गए। गोठ में बंधे तीनों परिवारों की पांच गाय और 15 बकरियां नाले में बह गई। ग्रामीणों द्वारा समय रहते मकान छोड़ देने से जनहानि नही हो पाई। इसके अलावा झूपा देवी , कल्याण सिंह, दलीप सिंह, मान सिंह के मकानों में मलबा घुसने से सारा सामान नष्ट हो गया। ग्रामीण अभी भी खुले आसमान के नीचे रात बिता रहे हैं। प्रशासन की तरफ से तहसीलदार केआर आर्य के नेतृत्व में शुक्रवार को राजस्व दल गांव पहुंचा। प्रभावित परिवारों को एक सप्ताह का खाद्यान्न उपलब्ध कराया गया है। शनिवार को प्रभावितों को अहेतुक मदद दी जाएगी। उधर झिमर गांव के दोनों तरफ नालों ने विकराल रूप ले लिया। पूर्व से ही आपदाग्रस्त गांव इस समय टापू बना है। ग्रामीण मकानों को छोड़ अन्यत्र शरण लिए हैं। उन्होंने प्रशासन से सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने की मांग की है।
उधर मुनस्यारी तहसील क्षेत्र में पैदल मार्ग और तीन पुलिया के बहने से कोटा पन्द्रहपाला क्षेत्र अलग-थलग पड़ चुका है। बच्चे विद्यालय तक नहीं पहुंच पा रहे हैं। विद्यालय के प्रधानाचार्य ने डीएम को पत्र भेजकर स्थिति की जानकारी देते हुए मार्ग खुलवाने की मांग की है। उधर मदकोट-बौना मार्ग कई स्थानों पर बह जाने से ग्रामीणों को 25 किमी पैदल चलना पड़ रहा है।

एबीवीपी ने हमले के विरोध में किया प्रदर्शन

Jul 27, 10:30 pm
जागरण कार्यालय, पिथौरागढ़ : देहरादून में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद कार्यकर्ताओं पर हुए हमले के विरोध में जिला इकाई ने शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन किया और जिलाधिकारी कार्यालय परिसर में धरना दिया।
धरना स्थल पर हुई सभा में वक्ताओं ने कहा प्रदेश की राजधानी देहरादून में कानून व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है। अभाविप कार्यकर्ताओं पर अराजक तत्वों ने हमला किया और परिषद कार्यकर्ताओं पर ही मुकदमे कायम किए गए। वक्ताओं ने हमलावरों पर कार्रवाई के साथ अभाविप कार्यकर्ताओं पर लगाए गए मुकदमे वापस लिए जाने की मांग की। मुकदमे वापस नहीं लिए जाने पर उग्र आंदोलन छेड़ देने की चेतावनी कार्यकर्ताओं ने दी। धरना देने वालों में प्रदेश सहमंत्री बसंत जोशी, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कमलेश वल्दिया, महेन्द्र, सूरज चंद, मनोज कन्याल, हरीश रावत, सागर खत्री, गिरीश चन्द्र पाठक, अजय वर्मा, पवन पुनेड़ा, नगेन्द्र, विनोद, विपिन भट्ट, हरीश मेहता आदि शामिल थे।



लेख को दर्जा दें

टीम अन्ना के समर्थन में पिथौरागढ़ और धारचूला में धरना , अनशन जारी


टीम अन्ना के समर्थन में पिथौरागढ़ और धारचूला में धरना , अनशन जारी

Jul 26, 10:29 pm
पिथौरागढ़/ धारचूला : दिल्ली के जंतर मंतर में जन लोकपाल बिल पारित करने तथा भ्रष्टाचार हटाने को लेकर चल रहे आंदोलन की गूंज भारत तिब्बत और नेपाल सीमा तक उठने लगी है। पिथौरागढ़ सहित धारचूला में आंदोलन के समर्थन में धरना, अनशन शुरु हो चुके हैं।
पिथौरागढ़ के गांधी चौक में दूसरे दिन भी धरना कार्यक्रम जारी रहा। उत्तराखंड सिविल सोसाइटी द्वारा आहूत इस धरने में बोलते हुए वक्ताओं ने कहा कि जब तक देश से भ्रष्टाचार समाप्ति के लिए जनलोकपाल बिल पारित होना जरुरी है। वहीं काला धन वापस लाने के लिए कानूनी पहल शुरु करने की मांग की गई। धरने पर बैठने वालों में व्यापार संघ अध्यक्ष शमशेर सिंह महर घातक, सोसाइटी अध्यक्ष पुष्पा देऊपा, संयोजक गोविन्दा, डीएन भट्ट, गंगा धामी, भारत स्वाभिमान के यूथ अध्यक्ष गणेश, बी अवस्थी, हरीश पंत आदि शामिल थे।
धारचूला : राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की मूर्ति का माल्यार्पण करने के बाद अन्ना टीम के आंदोलन के समर्थन में दर्जनों लोगों ने तहसील प्रांगण में धरना शुरु कर दिया है। यहां पर आयोजित सभा में केन्द्र सरकार सहित अन्य राजनैतिक दलों की भूमिका पर संदेह जताया। सभा को गोविन्द राम आर्य, राकेश तिवारी, कल्याण सिंह कुंवर ने संबोधित किया। सभा का संचालन धरमराज भट्ट ने किया। इस मौके पर नंदन धामी, प्रेम सिंह धामी, भीम सिंह कार्की, नारायण दरियाल,दीपक सिंह, भगवान, अशोक नबियाल, इं. केएस कुंवर, शगुन बिष्ट, ओम कापड़ी, बद्री दत्त पैंतोला सहित आदि धरने पर बैठे।

एपीएल और बीपीएल का विभाजन खत्म करे सरकार

Jul 27, 10:29 pm
जागरण कार्यालय, पिथौरागढ़ : वाम दलों के आह्वान पर सीपीआइएम कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को जिला कार्यालय परिसर में धरना दिया। कार्यकर्ताओं ने बीपीएल-एपीएल का विभाजन खत्म करने की मांग उठाई।
जिला कार्यालय पर धरने के दौरान हुई सभा में वक्ताओं ने कहा देश के गोदामों में लाखों टन अनाज भरा पड़ा है, लेकिन जनता को जरूरत का राशन नहीं मिल पा रहा है। सरकार अनाज का निर्यात करने को तैयार है, लेकिन इसे अपने देश के लोगों को देने के लिए तैयार नहीं है। वक्ताओं ने कहा सरकार एपीएल और बीपीएल श्रेणी बनाकर वंचितों के बीच विभाजन कर रही है, जबकि सरकार की जवाबदेही बड़ी आबादी को खाद्य सुरक्षा प्रदान करना है। नये खाद्यान्न कानून पर सवाल उठाते हुए कहा इससे अन्त्योदय का खात्मा होगा। यह कानून बड़ी संख्या में लोगों को सस्ता अनाज पाने के अधिकार से कानूनी तौर पर वंचित करेगा। वक्ताओं ने एपीएल-बीपीएल का विभाजन खत्म करने, दो रुपये किलो की दर से प्रति परिवार 35 किलो राशन देने, योजना आयोग के गरीबी के फर्जी आंकड़े खारिज करने, किसानों को उपज का लाभाकारी मूल्य देने और स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने की मांग की।
धरना देने वालों में ओम प्रकाश जोशी, भगवती जोशी, महेश बराल, गंगा तिवारी, कौशल्या तिवारी, ऋतु उप्रेती, नवीन शर्मा, पंकज शर्मा, गोपाल रावत, उमेश उप्रेती, राकेश वर्मा, नवीन पांडे, देवकी देवी, विमल सिंह, इमरान अली, पीके मिश्रा आदि शामिल थे। धरने के बाद जिलाधिकारी के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजा गया।

खुशहाली के लिए उठे हजारों हाथ


खुशहाली के लिए उठे हजारों हाथ

Jul 27, 10:09 pm
जागरण संवाददाता, देहरादून: रमजान का पहला जुमा। राजधानी में चारों तरफ उल्लास का माहौल रहा और रोजदारों ने जुमे की नमाज अदा कर मुल्क एवं इंसानियत की खुशहाली के लिए दुआ मांगी। खुत्वा से पूर्व आलिमों ने रोजदारों को संबोधित किया। अपनी तकरीर में उन्होंने फरमाया कि रोजा केवल भूखे रहने का नाम नहीं है। इससे हम महसूस करते हैं कि गरीब-मजलूम कैसे जीवन निर्वाह करते होंगे।
जुमे की नमाज पलटन बाजार स्थित जामा मस्जिद के अलावा इनामुल्ला बिल्डिंग, धर्मपुर, गांधीग्राम, माजरा, ईसी रोड, लोहियानगर समेत शहर की विभिन्न मस्जिदों में अदा हुई। इससे पूर्व आलिमों ने रोजे की अहमियत समझाते हुए कहा कि रोजा हमें बुराइयों से दूर रहने की नसीहत देता है। रसूलुल्लाह सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम ने फरमाया कि जुमा के दिन फरिश्ते मस्जिद के दरवाजे पर खड़े होकर वहां आने वालों की हाजिरी लिखते हैं।
उन्होंने कहा कि रोजदारों के लिए जुमे की नमाज ईद की नमाज सरीखी है। यह मोमिनों की खुशियों का दिन है और यह समझने का मौका भी कि गरीब-मजलूम भी इसी समाज का हिस्सा हैं। इसलिए अपनी खुशियों में उन्हें भी शामिल करें। यही इंसानियत है और अल्लाह का हुक्म भी।
भीनी-भीनी खुशबू से महके बाजार
जुमा होने के कारण बाजार में खासी रौनक रही। किराने की दुकानों पर तलावन (तलकर खाई जाने वाली चीजें) के लिए भीड़ उमड़ी रही। रोजदारों ने इफ्तार के लिए पापड़, कुड़लाई, रंग-बिरंगी फिंगर, आलू की चिप्स, खजूर, सिंवइयां आदि की जमकर खरीदारी की। इनामुल्ला बिल्डिंग समेत शहर के विभिन्न इलाकों में पकवानों की खुशबू से वातावरण महकता रहा।

30 जुलाई से राजधानी में जैवविविधता फिल्मोत्सव

Jul 27, 09:56 pm
जागरण प्रतिनिधि, देहरादून: लोगों को पर्यावरण व जैवविविधता के प्रति जागरूक करने के लिए वन विभाग सीएमएस वातावरण संस्था के साथ मिलकर राजधानी देहरादून में जैवविविधता फिल्म उत्सव एवं फार्म का आयोजन करने जा रहा है। पांच दिनों तक चलने वाले उत्सव में जैवविविधता पर बनाई गई 60 फिल्मों का प्रदर्शन होगा। फिल्में देहरादून के 25 अलग-अलग स्थानों में प्रदर्शित की जाएंगी। फिल्म उत्सव का शुभारंभ राज्यपाल अजीज कुरैशी 30 जुलाई को राजभवन में करेगें।
शुक्रवार को वन विभाग के मंथन सभागार में प्रेसवार्ता में प्रमुख मुख्य वन संरक्षक डॉ.आरबीएस रावत ने कहा कि यह पहला मौका है जब राजधानी देहरादून में इस तरह के फिल्म उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। वन पर्यावरण मंत्रालय द्वारा इस फिल्म उत्सव के आयोजन के लिए पूरे भारत में 26 जगहों का चयन किया गया था, जिसमें देहरादून भी शामिल है। 30 जुलाई से 4 अगस्त तक चलने वाले फिल्मोत्सव में जैवविविधता पर बनाई गई 60 फिल्मों का प्रदर्शन किया जाएगा। जिन्हें जंसवत मार्डन स्कूल, वेल्हम ब्वायज स्कूल, टाइटन इंडस्ट्री समेत कुल 25 जगहों पर प्रदर्शित किया जाएगा। फिल्म उत्सव के दौरान विभिन्न विषयों को लेकर विचार विमर्श भी होगा। जिन से निकलने वाले मुख्य बिंदुओं को हैदराबाद में आयोजित होने वाले कॉप महोत्सव में रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि फिल्म उत्सव में कोई भी अपनी बनाई फिल्म को भेज सकता है। पत्रकार वार्ता में सीएमएस वातावरण की प्रिया वर्मा, मुख्य वन संरक्षक प्रचार प्रसार रंजना काला व वन संरक्षक मुख्यालय एसएस रसाइली समेत कई लोग मौजूद रहे।

19 माह, 14 करोड़ खर्च, फिर भी खतरा


19 माह, 14 करोड़ खर्च, फिर भी खतरा

Jul 26, 10:53 pm
अल्मोड़ा/ गरमपानी: कुमाऊं की 'लाइफ लाइन' को महफूज रखने में प्रशासन व एनएच अफसर भारी चूक कर गए। सितंबर की भीषण आपदा के बाद एक वर्ष नौ माह का वक्त बस दावों और रणनीति तय करने में ही जाया कर दिया गया। बेशक इस अवधि में 20 किमी पर सुरक्षित सफर के लिए 14.75 करोड़, जबकि अकेले डेंजर जोन जौरासी में खतरा टालने को 33 लाख खर्च हुए। पर नतीजा हाईवे का वजूद फिर खतरे में।
दरअसल, एनएच व जिला प्रशासन 'ऑपरेशन जौरासी' के बाद निश्चिंत हो गया था। दावा किया गया कि अब अल्मोड़ा-हल्द्वानी राजमार्ग पर सफर निर्बाध व महफूज रहेगा। इसी मुगालते में 19 माह का सुनहरा मौका गंवाया गया। इस अवधि में सुरक्षात्मक कार्यो में तेजी तो दूर कोसी में गिरे कई टन वजनी बोल्डर तक नहीं हटाए जा सके। हालांकि 'जागरण' ने डेंजर जोनों से घिरे हाईवे को दुरुस्त करने के लिए बार-बार खबरों के जरिए चेताया, लेकिन पग-पग पर चूक से अफसरान बाज नहीं आए। हालांकि क्वारब से छड़ा तक भूस्खलन व अन्य खतरे टालने को 14.75 करोड़ की भारीभरकम रकम खर्च की गई। मगर सुरक्षात्मक कार्यो की गुणवत्ता हालिया मॉनसून की पहली ही वर्षा में धुल गई। हैरत की बात है अकेले ऑपरेशन जौरासी पर 10 लाख जबकि सेफ्टी ब्लॉक, दीवार व चेकडैम के लिए 23 लाख का बजट बहाया गया। मगर कार्य न समय पर हुए न गुणवत्ता की ही परवाह की गई। परिणाम बरसात तेज होते ही भूस्खलन प्रभावित पहाड़ियां फिर कहर बरपाने पर आमादा हैं तो सुरक्षा दीवार व ब्लॉक खुद की सेफ्टी मांग रही हैं।
======पैकेज=====
'ऑपरेशन' में मददगार रैंप बने घातक
जिन रैंपों के सहारे पोकलैंड मशीन ने ऑपरेशन जौरासी को कामयाब किया, वहीं अब घातक बन गई हैं। अतिसंवेदनशील पहाड़ी को काटकर बनाए गए रैंपों को मजबूत बनाने में भी एनएच प्रशासन लापरवाही कर गया। बरसात में सीढ़ीदार खेतनुमा शक्ल देकर तैयार किए गए रैंप कहर न ढा दें, इसके लिए वृहद पौधरोपण की योजना बनी। भूगर्भ विज्ञानियों ने बरसती पानी की निकासी को पक्की नाली व सेफ्टी वॉल बनाने की नसीहत दी थी। मगर अफसर यहां भी चूक कर गए। अब ऑपरेशन में मददगार यही रैंप बरसात तेज होते ही हाईवे के लिए नई मुसीबत बन गए हैं। कमजोर पहाड़ी पर बने यह कच्चे रास्ते अब मलबे के रूप में राजमार्ग की ओर धसक रहे हैं।
======इंसेट====
कोसी उफनाई तो नहीं बचेगा हाईवे
समय रहते कोसी नदी पर क्रोनिक जोन से ढहाए गए बोल्डर नहीं हटाए गए। नतीजतन पहाड़ों में वर्षा से नदी का जल स्तर बढ़ते ही डैम बन रहे हैं। गुरुवार को डेंजर जोन से गिरे बोल्डर व उनके टुकड़े हाईवे से टकराने के बाद नदी में ही समाए। इससे बरसात बेकाबू हुई तो कोसी के थपेड़ों से हाईवे को बचाना टेढ़ी खीर साबित होगा।

उपभोक्ताओं से घिरा गैस कार्यालय

Jul 23, 10:22 pm
जाका, रानीखेत: यहां गैस सर्विस कार्यालय इस बीच गैस उपभोक्ताओं से घिरा है। सोमवार को भी सैकड़ों की तादाद में यहां लोग कतारबद्ध दिखे और बारी के लिए होड़ लगी रही। यह नजारा रसोई गैस लेने और गैस संयोजन के सत्यापन को लेकर बना है। जिससे गैस सर्विस व उपभोक्ता दोनों ही भारी फजीहत झेल रहे हैं।
मालूम हो कि कई दिनों से रसोई गैस कनेक्शनों के सत्यापन का काम चल रहा है। गैस सर्विस द्वारा पिछले दिनों सत्यापन कराने को जरूरी बताने के बाद उपभोक्ता सत्यापन को उमड़ पड़े। इसी क्रम में सोमवार को गैस सर्विस कार्यालय उपभोक्ताओं से घिरा रहा। एक ओर सत्यापन के लिए बेहद लंबी कतार रही, तो वहीं दूसरी ओर टोटे के चलते रसोई गैस भराने के लिए सिलेंडरों के साथ लोग लंबी कतार में खड़े रहे। सत्यापन हो या गैस लेने को की बात हो, दोनों ओर उपभोक्ताओं में होड़ मची रही। इससे गैस सर्विस के कर्मचारी भी बेहद परेशान हैं और कार्य बोझ बढ़ने से देर तक उन्हें कार्य करना पड़ रहा है। वहीं उपभोक्ता घंटों तक इंतजार के परेशान हैं। मालूम हो कि यहां कुछ दिनों से रसोई गैस का भी अभाव बना है। लोग एक अदद गैस सिलेंडर के लिए भटक रहे हैं। पिछले दिनों कुछ दिनों तक गैस भी नहीं पहुंची। सोमवार को गैस की खेप पहुंचने की भनक लगते ही लोग खाली सिलेंडरों के साथ कतारबद्ध ढंग से खड़े हो गए। घंटों तक यह भीड़ लगी रही। यह भीड़ भारी फजीहत को इंगित कर रही थी।

स्कूल की समस्याओं की ओर खींचा ध्यान

स्कूल की समस्याओं की ओर खींचा ध्यान

Jul 27, 10:45 pm
जाका, रानीखेत: राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के छात्रनेताओं ने क्षेत्रीय विधायक व नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट से मुलाकात करके नगर के विद्यालयों की विभिन्न समस्याओं की ओर उनका ध्यान खींचा। छात्रों ने विद्यार्थियों को बस किराए में छूट देने सहित विभिन्न मांगों से संबंधित ज्ञापन भी उन्हें सौंपा।
शुक्रवार को छात्र नेताओं ने नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट से मिलकर नगर के विद्यालयों व विद्यार्थियों की विभिन्न समस्याओं पर चर्चा की। छात्रनेताओं ने छात्रों ने स्थानीय राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय में एम कॉम की स्वीकृति प्रदान किए जाने, नगर क्षेत्र में पॉलीटेक्निक कालेज की स्थापना करने, केंद्रीय विद्यालय में शारीरिक शिक्षा विषय शुरू करने, नेशनल इंटर कालेज व मिशन इंटर कालेज में वाणिज्य विषय स्वीकृत करने, दूर-दराज से पढ़ने आने वाले विद्यार्थियों को बस किराए में छूट प्रदान करने तथा छात्रों के वर्दी पहनकर अस्पताल, पोस्ट आफिस, हाईडिल आदि विभागों में जाने पर उन्हें वहां प्राथमिकता दिए जाने आदि मांगें उठाई। छात्रों ने उक्त मांगों से संबंधित ज्ञापन भी नेता प्रतिपक्ष को सौंपा। भट्ट ने मांगों के निराकरण के लिए शासन स्तर पर प्रयास करने का भरोसा दिलाया। ज्ञापन सौंपने वालों में छात्रसंघ उपाध्यक्ष पंकज कांडपाल, पूर्व छात्रसंघ उपसचिव बृजेश शर्मा, एबीवीपी नगर प्रमुख कविराज बोरा, पंकज तिवारी, जगदीश बिष्ट आदि शामिल थे

सड़कों पर उतरे कर्मचारी, अधिकारी

Jul 27, 10:45 pm
जाका, अल्मोड़ा : सर्वोच्च व उच्च न्यायालय के फैसले को लागू करने की मांग को लेकर जिले के सैकड़ों अधिकारी, कर्मचारी व शिक्षक शुक्रवार को सड़कों पर उतर गए। उत्तराखंड अधिकारी, कर्मचारी, शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले चौघानपाटा से नारेबाजी करते हुए जुलूस निकाला। कर्मचारियों ने प्रदेश सरकार पर न्यायालय के निर्णय की अवमानना का आरोप लगाया। कहा कि शिक्षक, कर्मचारी व अधिकारियों के डीपीसी में लगाई रोक को तत्काल बहाल करें।
जुलूस नगर के मुख्य मार्गो से होते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचा। मोर्चा के पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौपा। इससे पूर्व सभा की गई। वक्ताओं ने कहा कि सर्वोच्च व उच्च न्यायालय द्वारा अनेक रिट याचिकाओं में पारित पदोन्नति में आरक्षण समाप्त करने के निर्णय के अनुसार विधि सम्मत आदेश जारी करने, पदोन्नति चयन प्रक्रिया में लगी रोक समाप्त की जाए। कहा उच्च न्यायालय ने पदोन्नति में आरक्षण व्यवस्था समाप्त करने का निर्णय दिया है। प्रदेश सरकार को चाहिए कि वह सर्वोच्च व उच्च न्यायालय का सम्मान करते हुए पदोन्नति में आरक्षण व्यवस्था को समाप्त करे। उत्तर प्रदेश में न्यायालय के निर्णय का आदर करते हुए पदोन्नति में आरक्षण व्यवस्था समाप्त कर दी गई है। उत्तराखंड में ठीक न्यायालय के निर्णय के विपरीत शिक्षक, कर्मचारियों के डीपीसी पर रोक लगा दी गई है। उन्होंने कहा है इससे कर्मचारी, शिक्षक क्षुब्ध हैं। सभा को एनबी बुधानी, श्याम सिंह रावत, जीबी तिवारी, धीरेंद्र पाठक, गोपाल सिंह मेहता, अमरनाथ सिंह नेगी, चंद्रमणि भट्ट, आलोक श्रीवास्तव, मनीष पंत, डीडी फुलोरिया, राम दत्त पपनै, एमपी कोठारी, नरेश उपाध्याय समेत सैकड़ों अधिकारी कर्मचारी शामिल हुए।
कर्मचारी संगठनों से तोड़ा नाता
अल्मोड़ा : उत्तराखंड एससी-एसटी इंप्लाइज फैडरेशन के तत्वावधान में हुई बैठक में पदोन्नति आरक्षण की समाप्त करने की मांग करने वाले संगठनों से नाता तोड़ने का निर्णय लिया गया। एससी-एसटी अधिकारियों कर्मचारियों के अलग संगठन में शामिल होने का भी एलान किया है। कार्यक्रम की अध्यक्षता तुला राम टम्टा व संचालन केएल आर्या ने किया।

Saturday, 21 July 2012


नन्हें वैज्ञानिकों ने दिखाई प्रतिभा

जागरण कार्यालय, पिथौरागढ़ : मानस एकेडमी में गुरुवार को विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। प्रदर्शनी में छात्रों ने वैज्ञानिक प्रगति के विभिन्न आयामों को प्रदर्शित किया।
एकेडमी की प्रबंधक कंचनलता पंत ने विज्ञान प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। जूनियर वर्ग में राहुल बरोलिया के सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट को पहला स्थान प्राप्त हुआ। आकांक्षा जोशी, पवन सिंह कोरंगा, रश्मि जोशी और पीयूष पांडेय के माडल खासे सराहे गए। सीनियर वर्ग में पूजा देवलाल और उनके साथियों द्वारा वैकल्पिक ऊर्जा पर आधारित माडल को पहला स्थान मिला। दीपक बिष्ट, अभिषेक विश्वकर्मा, आशीष कुमार और पुनीत अग्रवाल द्वारा फलों से विद्युत उत्पादन, लैमन बैट्री, डीएनए डबल हेलिक्स और स्लाइड प्रोजेक्टर के माडलों सराहनीय रहे। राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के इस वर्ष का विषय ऊर्जा से संबंधित होने के कारण विद्यार्थियों ने ऊर्जा संरक्षण और ऊर्जा के वैकल्पिक स्रोतों को अपने माडल का विषय बनाया था। प्रदर्शनी आयोजन में गौरव कापड़ी, सुनीता कापड़ी, प्रकाश चंद, राजेश्वरी चंद, मंजू भट्ट, लक्ष्मी बोरा, बृजेश पांडे, सुमन बिष्ट आदि ने विशेष सहयोग दिया।

बीस पेटी शराब के साथ दो गिरफ्तार

Jul 20, 10:25 pm
बेरीनाग : बेरीनाग पुलिस ने बीस पेटी शराब के साथ दो लोगों को गिरफ्तार किया है। यह शराब एक वाहन में रखकर गंगोलीहाट ले जाई जा रही थी। वाहन को सीज कर दिया गया है। बेरीनाग के थाना प्रभारी जीएल साह के नेतृत्व में गणाई मोटर मार्ग में पुलिस गश्त पर थी। इस दौरान बेरीनाग की ओर आ रही मारुति 800 संख्या डीएल 3 सीजी-6068 की तलाशी लेने पर उसमें से 140 बोतल और 480 पव्वे शराब के बरामद हुए। पुलिस ने शराब के साथ पकड़े गए कृष्ण राम और कमल कुमार को आबकारी अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर लिया। जबकि वाहन को सीज कर दिया गया। शराब पकड़ने वाली टीम में एसआइ मोहन चन्द्र, कांस्टेबल मनोज बोरा और गणेश कुमार शामिल थे।

शिवधाम के दर्शन कर लौटा पांचवां दल

Jul 20, 10:19 pm
जागरण कार्यालय, पिथौरागढ़ : कैलास मानसरोवर की यात्रा पूरी कर पांचवां दल शुक्रवार को पिथौरागढ़ पहुंचा। दल में शामिल यात्री दोपहर का भोजन लेने के बाद जागेश्वर धाम को रवाना हो गए।
9 महिलाओं सहित 53 यात्रियों वाले इस दल के अनुभव में पिछले दलों की तरह ही रहे। यात्रियों ने भारतीय क्षेत्र में यात्रियों के लिए की गई व्यवस्थाओं की खासी सराहना की। यात्रियों ने चीन की व्यवस्थाओं पर नाखुशी जताई। यात्रियों का कहना था हिन्दुओं की इस सबसे बड़ी धार्मिक यात्रा के लिए चीन सरकार द्वारा नाममात्र की सुविधाएं भी नहीं दी जा रही हैं। यात्रियों को भोजन, आवास और टॉयलेट व्यवस्था को लेकर काफी परेशानियां उठानी पड़ती हैं। इन व्यवस्थाओं में ठोस सुधार की जरूरत यात्रियों ने बताई।
स्थानीय पर्यटक आवास गृह में दोपहर का भोजन लेने के लिए दल जागेश्वर धाम के लिए रवाना हो गया, जहां से दल हल्द्वानी को प्रस्थान करेगा। यात्राधिकारी बीआर आर्या ने बताया कि यात्रियों का नौंवा दल शुक्रवार को चौकोड़ी पहुंच गया है। दल शनिवार को आधार शिविर धारचूला पहुंचेगा। यात्रा पर जा रहे आंठवें दल के यात्रियों का शुक्रवार को गुंजी में स्वास्थ्य परीक्षण हुआ। दल शनिवार को नाभीढांग के लिए रवाना होगा। छठे और सातवें दल के यात्री इस समय चीन में यात्रा कर रहे हैं। सभी दलों के यात्री सकुशल बताए गए हैं।