Friday, 3 August 2012

गांधी पार्क: नहीं टूट रही शासन की नींद


गांधी पार्क: नहीं टूट रही शासन की नींद

Aug 03, 01:16 am
देहरादून, जागरण संवाददाता: शहर की हृदयस्थली पर बसे गांधी पार्क की सूरत बदलने में सिस्टम पंगु साबित हो रहा है। कागजी घोड़े तो खूब दौड़ाए जा रहे हैं, लेकिन कोई भी अपने गंतव्य तक पहुंचने में कामयाब नहीं हो पा रहा। आलम यह है कि गांधी पार्क के सौंदर्यीकरण के लिए बनी योजना लंबे समय से शासन में धूल फांक रही है, लेकिन सुध लेने वाला कोई नहीं।
गांधी पार्क को संवारने के लिए गत वर्ष नगर निगम बोर्ड बैठक में प्रस्ताव भी पारित किया गया। इसके बाद इसके सौंदर्यीकरण और इसकी सुरक्षा के लिए कई बार कागज घिसे गए, लेकिन धरातल पर अभी तक कुछ नजर नहीं आया है। इतना ही नहीं गांधी पार्क से सटे बच्चा पार्क को भी पीपीपी मोड पर बनाने की खूब बाते हैं। इसके लिए बकायदा नए पार्क का लेआउट तैयार किया गया। कंपनियों से वार्ता की गई, लेकिन अभी तक यह भी मूर्त रूप नहीं ले पाया है।
गांधी पार्क
शहर के बीचोंबीच स्थित एकमात्र गांधी पार्क की सूरत भी निगम बदलने में कामयाब नहीं रहा है। सौंदर्यकरण योजना के तहत पार्क में नए फव्वारे, एलईडी लाइटें, सड़क पर टाइल वर्क, चहारदीवारी एवं ट्यूबवैल निर्माण होने थे, लेकिन आज तक यह सब कागजों में ही फंसे हैं। गांधी पार्क के सौंदर्यकरण के लिए नगर निगम ने पर्यटन विभाग के माध्यम से एक करोड़ पांच लाख रुपये का बजट स्वीकृति के लिए शासन में भेजा, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
बच्चा पार्क
यही हाल बच्चा पार्क का भी है। बच्चा पार्क में नवीन झूले, फव्वारें, हरियाली आदि का काम प्रस्तावित है। पार्क में टिकट सिस्टम लागू करने की बात भी उठी, लेकिन मामला शासन में जाने के बाद अभी तक वहीं अटका हुआ है।
सीएम ने दिलाया था भरोसा
विगत दिनों विजय दिवस के अवसर पर गांधी पार्क पहुंचे मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने अपने भाषण में भरोसा दिलाया था कि पार्क के लिए प्रस्तावित योजनाओं को शीघ्र मंजूरी दी जाएगी, लेकिन सीएम की घोषणा के बावजूद शासन मामले में हरकत में नहीं आया।

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