Saturday, 4 August 2012

बारिश में डूबी सड़कें, टापू बन गया सारा शहर


रायपुर। राज्य में पिछले 24 घंटे से हो रही लगातार बारिश से जनजीवन बेहाल हो गया है। शहरों के निचले इलाकों में पानी भर गया है। स्कूल बंद कर दिए गए हैं राजनांदगांव के मोंगरा बराज के ओवरफ्लो होने के कारण दो गेट खोलने पड़े। प्रदेश के सभी नदी, नाले उफान पर हैं। रायपुर-बलौदाबाजार मार्ग पर आवागमन बंद हो गया है। सरगांव के पास एक बस कोल्हान नाले में बहने से बच गई। बस यात्रियों की चीख पुकार सुनकर ग्रामीणों ने यात्रियों को बचाया। यहां नाले की पुलिया के ऊपर चार फीट पानी बह रहा है।


गुरुवार शाम से हो रही बरसात के बाद पूरा शहर टापू में तब्दील हो गया है। शहर की कोई सड़क नहीं है जिस पर आसपास की नालियों व नालों का पानी नहीं आया है। मोवा के पास वीआईपी सिटी की टर्निग पर पीडब्ल्यूडी के निर्माणाधीन ब्रिज के नीचे से बहने वाला नाला ओवर फ्लो हो गया है। सड़क पर घुटने से ऊपर पानी आने के कारण मोवा और सड्ढू एक-दूसरे से कट गए हैं।

सड्ढू कॉलोनी के सेक्टर वन व टू के तीस से ज्यादा मकानों के दरवाजे तक पानी भर गया। मकानों के सामने बनी सड़क पानी में पूरी तरह डूब गई। हालांकि डीके दीवान की जगह इंचार्ज बनाए गए एचके वर्मा सुबह साढ़े नौ बजे से ही नालियों को काटकर पानी निकलवाने में जुट गए। मगर बॉक्स कल्वर्ट के पास से बह रहे बड़े नाले में लबालब पानी भर गया और पास बने मकान की देहरी तक आ गया। पानी का बहाव बढ़ता देख देर शाम तहसीलदार पुलक भट्टाचार्या ने सेक्टर वन की प्राइवेट कॉलोनी की जमीन पर खुदाई करके पानी को निकलवाया। दूसरी ओर सेक्टर आठ के रजवाड़ा सिटी के दरवाजे पर बने पुल को देर शाम गिरा दिया गया। पुल के ऊपर से पानी बहना शुरू हो गया था। अगर पुल को नहीं तोड़ा जाता तो पानी सेक्टर-८ के मकानों में घुस जाता।

पॉश कालोनियां भी डूबीं

कटोरा तालाब का एरिया पूरी तरह तालाब बन गया। सिविल लाइंस स्थित सारडा नर्सिग होम के सामने घुटने भर पानी था। सड़क का यह पानी घरों में भी घुसने लगा है। श्याम नगर के सूरज तलवार के घर के सामने की सड़क लबालब हो गई। उन्होंने निगम से शिकायत की तो पंप लगाकर वहां से पानी निकाला गया। इसी तरह शैलेंद्र नगर, तेलीबांधा, श्याम नगर, शंकर नगर, गीतांजलि नगर, कविता नगर, जगन्नाथ नगर आदि कालोनियां भी लबालब रहीं।


शंकरनगर के वीआईपी क्लब के पास वरूण चौबे के मकान में कई फीट पानी भरा हुआ था। घर के आसपास के नालों में कचरा जाम होने से यह स्थिति आई। शिकायत के बाद पहुंची निगम की टीम ने स्थिति संभाली।

झील में बदला अमलीडीह
जबरदस्त बारिश से अमलीडीह इलाका झील में तब्दील हो गया। घरों में कमर तक पानी भर गया। पानी निकालने का इंतजाम करने के लिए जोन की टीम जूझती रही लेकिन शाम तक ठीक ठाक उपाय नहीं हो सका।

ड्रेनेज सिस्टम ध्वस्त
शहर का ड्रेनेज सिस्टम एक बार फिर ध्वस्त नजर आया। जगह-जगह नाली एवं नाले जाम पड़े हैं। कई जगहों पर नालियां ढंग से नहीं बन पाई हैं। सड़कों का भी बुरा हाल है। हेल्थ अफसर डॉ. भाग्यलक्ष्मी राव ने बताया कि उन्होंने निगम अमले के साथ चंगोराभाठा, प्रोफेसर कॉलोनी, भाठागांव, सड्ढू, गांधी नगर, पंडरी, गुढ़ियारी, मोहबा बाजार, टिकरापारा समेत कई इलाकों का दौरा किया है। कई जगहों पर बारिश का पानी जमा हुआ है। उन्होंने आपदा प्रबंधन टीम लगाकर पानी निकालने का इंतजाम करने कहा है। उन्होंने कहा कि निगम सभी समस्याग्रस्त जगहों पर पानी निकासी व सड़कों पर फैली गंदगी दूर करने का प्रयास कर रहा है।

मोवा से कटी विधानसभा रोड
वीआईपी स्टेट से विधानसभा रोड की टर्निग के पास से मोवा और सड्डू एक दूसरे से कट गए हैं। पीडब्ल्यूडी के निर्माणाधीन ओवरब्रिज के नीचे से बहने वाले नाले का पानी सड़क से दो तीन फीट ऊपर बहने लगा। सुबह नौ से देर रात तक पानी नहीं उतरा। मुख्य मार्ग होने के कारण दोनों ओर गाड़ियों की लंबी कतार लग गई। सुबह से लेकर शाम तक कई गाड़ियों ने सड़क पार करने की कोशिश की मगर अधिकतर गाड़ियां पानी के बहाव की वजह से फंस गईं।



सुबह दस बजे सब्जी भरकर ले जा रहा ऑटो सड़क के बीचों-बीच फंस गया। ओवर लोड ऑटो से सब्जी निकालने के बाद उसे धक्का देकर बाहर निकाला गया। ब्रिज पर फंसे वाहनों को निकालने के लिए ट्रैक्टर का भी इंतजाम किया गया था।

प्रोफेसर कॉलोनी भी लबालब
एक माह से घुटने भर पानी में डूबी प्रोफेसर कॉलोनी में आज पानी कमर तक चढ़ गया। कालोनी के सभी रास्ते लबालब हो गए। सेक्टर दो और तीन में बच्चे स्कूल नहीं जा पाए। इस कॉलोनी में तीन वार्डो के क्षेत्र आते हैं। सीमा विवाद के कारण पार्षदों ने किनारा कर लिया है। कुछ दिन पहले वार्ड में पीडब्लूडी मंत्री बृजमोहन अग्रवाल व पार्षद प्रतिनिधि अरविंद यादव ने दौरा किया था लेकिन वे भी कोई राहत नहीं पहुंचा पाए।

सरस्वती स्कूल के पास नाले की दीवार की ऊंचाई कम होने की वजह से नाले का पानी ओवरफ्लो होकर कालोनी में पहुंच जाता है।

जीई रोड बनी स्वीमिंग पूल
कॉफी हाउस के सामने एक बार फिर स्वीमिंग पूल जैसा नजारा था। शहीद स्मारक के सामने मुख्य मार्ग एवं मिलेनियम प्लाजा रोड में दो से तीन फीट पानी भरा रहा। यही हाल खालसा स्कूल, विजेता काम्पलेक्स के पास देखा गया। बूढ़ातालाब के सामने भी घुटनों तक पानी भर गया। तेलघानी नाका चौक, स्टेशन रोड पर नहरपारा जाने के रास्ते में करीब एक फीट पानी भरा रहा। कुछ ऐसा ही हाल शहर के अन्य मुख्य मार्गो पर भी देखने को मिला।

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