Thursday, 10 May 2012

जेठ की दुपहरी ने छुड़ाए पसीने


हरिद्वार, जागरण संवाददाता: जेठ का महीना लगते ही सूरज की तपिश बढ़ गई है। पारा 40 के करीब पहुंचने को है। लू के थपेड़ों ने जनजीवन पर असर डालना शुरू कर दिया है। शहर में दोपहर के समय सड़कें सूनी होने लगी है। गर्मी से राहत पाने के लिए गंगा लोगों का सहारा बनी हुई है।
धर्मनगरी में इन दिनों तन झुलसाने वाली गर्मी पड़ रही है। पिछले एक सप्ताह से पारा 35 डिग्री से ऊपर चल रहा था। सोमवार जेठ का महीना शुरू हो गया, जेठ की गर्मी अब अपना असर दिखाने लगा है। मंगलवार को अधिकतम पारा दो डिग्री तक उछलकर 38.3 पहुंच गया था। बुधवार को तापमान 39.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। गर्मी का असर बढ़ने से शहरवासी खासे परेशान हैं। सूरज की तपिश शरीर को झुलसाने लगी है। पंखे-कूलर से भी राहत नहीं मिल पा रही है। दोपहर होते ही गली मोहल्लों और बाजारों में सन्नाटा पसर रहा है। तपिश मिटाने को लोग हरकी पैड़ी समेत तमाम गंगा घाटों पर डुबकी लगा रहे हैं। नहर और रजवाहों में भी बच्चों को अठखेलियां करते देखा जा सकता है। शीतल पेय पदार्थो की डिमांड भी बढ़ गई है। गला तर करने को लोग गन्ने और बेल का रस ज्यादा पसंद कर रहे हैं। नींबू पानी, कोल्ड ड्रिंक्स, लस्सी, शिकंजी आदि की डिमांड भी बढ़ गई है।

नौकरी यूपी की आवास उत्तराखंड का

हरिद्वार, जागरण संवाददाता: यूपी के लिए कार्यमुक्त होने के बावजूद स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी उत्तराखंड के आवासों से कब्जे नहीं छोड़ रहे हैं। आधा दर्जन कर्मियों ने अनधिकृत तौर पर सरकारी आवासों पर कब्जा किया है। विभाग ने इन्हें नोटिस जारी कर आवास खाली करने को कहा है।
यूपी में नौकरी कर रहे स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों का उत्तराखंड के सरकारी आवासों से मोह नहीं छूट रहा है। कार्यमुक्त हो चुके कर्मचारी तो सरकारी आवासों में जमे हैं, जबकि उनकी जगह आए कर्मचारी प्राइवेट मकानों में रहने को मजबूर हैं। अधिकांश कर्मचारी छह माह से ज्यादा समय पहले ही यूपी के लिए कार्यमुक्त हो चुके हैं। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग उनसे आवास खाली नहीं करा पा रहा है। कई कर्मचारियों के तो अपने निजी आवास भी हरिद्वार में हैं। अब स्वास्थ्य विभाग ने आवासों पर कब्जा जमाए छह लोगों को नोटिस जारी किए हैं। इसमें जिला अस्पताल के पूर्व सीएमएस व बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. पीके भटनागर, रोडियोलॉजिस्ट डॉ. मनीष दत्त, लैब टैक्नीशियन जेपी चाहर, लैब टैक्नीशियन शुरपति नाथ, कनिष्ठ सहायक नीरज कुमार गुप्ता, फार्मासिस्ट वीपी गुप्ता शामिल हैं। डॉ. मनीष दत्त का चार माह पहले उत्तरकाशी ट्रांसफर हो चुका है। शेष पांच यूपी विकल्पधारी थे, जिन्हें कार्यमुक्त कर दिया है। नोटिस के बाद विभाग आवास खाली कराने की तैयारी में है। जिला चिकित्सालय के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एएस रावत ने बताया कि पहला नोटिस जारी किया जा चुका है। उसके बाद भी आवास खाली नहीं हुए तो प्रशासन के सहयोग से जबरन आवास खाली कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कई कर्मियों को किराए के आवासों में रहना पड़ रहा है, जबकि कार्यमुक्त हो चुके लोग अब भी आवासों में जमे हैं।

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